यह खबर सामने आने के बाद जेल में बंद साहिल का व्यवहार चर्चा का विषय बन गया। साहिल बेटी के जन्म से काफी खुश था और अपने साथी कैदियों से कहता था कि बाहर निकलने दो फिर पार्टी दूंगा। इस बात का खुसाला साहिल के साथ जेल में बंद एक साथी ने जमानत पर बाहर आने पर किया।
जेल के भीतर की कहानी बताने वाला गवाह
साहिल के साथ जिस बैरक में रहने वाला युवक अक्षय बैंसला हाल ही में जमानत पर रिहा होकर बाहर आए हैं। उसने बताया कि कि तकरीब 48 दिन जेल में रहने के दौरान उसने साहिल को करीब से देखा। जब पहली बार साहिल के साथ उसकी मुलाकात हुई तो घबरा गया। साथ ही उसने यह भी बताया कि साहिल से बहुत कम लोग मिलने आते थे। कभी-कभी उसका भाई और उसकी बुजुर्ग नानी ही जेल में मुलाकात करने पहुंचते थे। यही वजह थी कि साहिल ज्यादातर समय अकेला रहता था।
वह आगे बताता है कि साहिल को जेल को खाना और चाय पसंद नहीं, वह अक्सर कैंटीन से नाश्ता करता था।अक्षय के मुताबिक, कई कैदी उससे बार-बार हत्या और मुस्कान से जुड़े सवाल पूछते थे। ऐसे सवालों से बचने के लिए साहिल ज्यादा बातचीत नहीं करता था। हालांकि जब भी वह बात करता, उसका व्यवहार सामान्य ही रहता था।
जेल में करता है खेती का काम
जेल प्रशासन ने साहिल को सब्जी उगाने के काम में लगाया था। जेल में उसके बाल और दाढ़ी कट चुके थे। वह अक्सर अखबार पढ़ता नजर आता था, ताकि बाहर की दुनिया और अपने केस से जुड़ी खबरों से अपडेट रह सके। वह आमतौर पर एक हुडी पहनकर रहता था।
बेटी के जन्म की खबर से दिखी खुशी
25 नवंबर की सुबह अखबार में मुस्कान के अस्पताल में भर्ती होने और बेटी के जन्म की खबर छपी। यह खबर पढ़ते ही साहिल के चेहरे पर खुशी साफ नजर आई। अन्य कैदियों ने मजाक में उसे बधाई दी और कहा कि वह अब पिता बन गया है।
तुम सब चाचा बन गए हो- साहिल बोला
बंदियों की बात सुनकर साहिल ने मुस्कराते हुए कहा, 'तुम सब भी चाचा बन गए हो। बाहर निकलने दो, पार्टी दूंगा।' अक्षय के मुताबिक साहिल रोज अखबार पढ़ता था और यह भी कहता था कि इतने समय बाद भी उसका नाम खबरों में बना हुआ है।
0 Comments