इंदौर के एरोड्रम इलाके में 15 साल के एक छात्र वेदांत ने रविवार रात फांसी लगाकर जान दे दी। जब उसके पिता पूजन सामग्री लेकर घर लौटे, तो वेदांत खिड़की के पास फंदे से लटका हुआ मिला। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पढ़ाई में होशियार था, तनाव नहीं था
वेदांत नौवीं कक्षा में पढ़ता था और पढ़ाई में अच्छा था। परिवार का कहना है कि उसे किसी तरह का पढ़ाई का तनाव नहीं था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
शिव पूजन के लिए मंगवाया था सामान
घटना से कुछ समय पहले ही वेदांत ने अपने पिता से सोमवार के शिव पूजन के लिए केले और बेलपत्र लाने को कहा था। जब पिता सामान लेकर लौटे, तो वेदांत फांसी पर लटका हुआ मिला।
मां के मोबाइल से इंस्टाग्राम चलाता था
वेदांत के पास खुद का मोबाइल नहीं था। वह अपनी मां के फोन से इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया चलाता था। पुलिस को मां के फोन में एक लड़के 'तन्यम' के साथ इंस्टाग्राम पर कुछ डिलीट किए गए मैसेज मिले हैं। घर से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
परिवार ने जताया सोशल मीडिया पर शक
वेदांत दोपहर में मौसी के घर गया था और शाम को लौटा। मां की तबीयत खराब होने पर उसे दवाई दी और फिर खुद नीचे के कमरे में चला गया। परिवार को शक है कि इंस्टाग्राम पर किसी बातचीत या साइबर दबाव की वजह से वेदांत ने यह कदम उठाया।
फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और इंस्टाग्राम चैट्स के आधार पर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वेदांत की आत्महत्या के पीछे क्या कारण था।
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